-: आज का साईं सन्देश :- मन इच्छा पूरण करें, जो झोली फैलाय | साईं के दरबार से, कोई न खाली जाय|| सभी जगह वही रूप है, कृष्ण कहो या राम | शिर्डी तीरथ जाय के, कर लो चारों धाम||
साईं तू सब देखता है साईं तू सब जानता है तकदीर तूने लिखी है, मेरी क्या इसमें खता है मैने तो वो ही किया है जो तूने करवाया है तू ही तो है विधाता सब तेरा ही तो लिखा है साईं तू सब देखता है साईं तू सब जानता है तेरे ही दम है ये जीवन की मेरी खुशियाँ मैने कभी न माँगा पर तूने सब कुछ दिया है राज़ी है हम उसी में जिसमे तेरी रज़ा है साईं तू सब देखता है, साईं तू सब जानता है
-: आज का साईं सन्देश :-
ReplyDeleteमन इच्छा पूरण करें,
जो झोली फैलाय |
साईं के दरबार से,
कोई न खाली जाय||
सभी जगह वही रूप है,
कृष्ण कहो या राम |
शिर्डी तीरथ जाय के,
कर लो चारों धाम||
साईं तू सब देखता है
ReplyDeleteसाईं तू सब जानता है
तकदीर तूने लिखी है,
मेरी क्या इसमें खता है
मैने तो वो ही किया है
जो तूने करवाया है
तू ही तो है विधाता
सब तेरा ही तो लिखा है
साईं तू सब देखता है
साईं तू सब जानता है
तेरे ही दम है ये
जीवन की मेरी खुशियाँ
मैने कभी न माँगा पर
तूने सब कुछ दिया है
राज़ी है हम उसी में
जिसमे तेरी रज़ा है
साईं तू सब देखता है,
साईं तू सब जानता है