पलक झुके और नमन हो जाए,मस्तक झुके और वंदन हो जाए,ऐसी नज़र कंहाँ से लाऊँ मेरे साईं,आप को याद करूँ और आप के दर्शन होजाएँ...♥ॐ साई राम ♥
" परेशान नहीं करती उनको जिंदगी की ठोकरेजिन्हें साईं का नाम लेकर संभल जाने की आदत हो "OM SAI RAM
ऐ मेरे साईं !मेरी खुशनसीबी के लिए ये ही काफी है कि मैतेरा बच्चा हूँऔर मेरे फखर के लिए ये ही काफी है कि तूही मेरा मुरशद है ......तू वैसा ही है जैसा मैं चाहता हूँ ... बस तू मुझेवैसा बना दे जैसा तू चाहता है.....OM RAI RAM.
पलक झुके और नमन हो जाए,
ReplyDeleteमस्तक झुके और वंदन हो जाए,
ऐसी नज़र कंहाँ से लाऊँ मेरे साईं,
आप को याद करूँ और आप के दर्शन होजाएँ
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♥ॐ साई राम ♥
" परेशान नहीं करती उनको जिंदगी की ठोकरे
ReplyDeleteजिन्हें साईं का नाम लेकर संभल जाने की आदत हो "
OM SAI RAM
ऐ मेरे साईं !
ReplyDeleteमेरी खुशनसीबी के लिए ये ही काफी है कि मै
तेरा बच्चा हूँ
और मेरे फखर के लिए ये ही काफी है कि तू
ही मेरा मुरशद है ...
...तू वैसा ही है जैसा मैं चाहता हूँ ... बस तू मुझे
वैसा बना दे जैसा तू चाहता है.....
OM RAI RAM.