Sunday, 18 November 2012

sirdi se lae hue sai baba ji ki charn padukan ke darshan

SAI BAB JI KI CHARAN PADUKAN 

4 comments:

  1. ॐ सांई राम जी
    दो पैसे गुरु ने कहे, गूढ़ गुरु की बात ।
    श्रद्धा संग सबूरी हो, साईंकी सौगात ।।
    ध्यान रहे सदगुरु सदा, सच्ची श्रद्धा लाय ।
    भक्तिभाव दर्शन करें, बाबा क
    ो तस पाय ।।

    बाबा की कृपा सब पर बनी रहे

    ReplyDelete
  2. खुदा अपने हाथो से
    कभी बनाता,
    कभी मिटाता,
    देख मिटटी के खिलोने,
    हंसता हंसाता !
    बचपन, जवानी, बुडापा
    क्या है ?
    “साईं“ भकती में रहने वाला
    मजे में जिए जाता !
    ॐ साईं राम
    *** जय साई राम ***

    ReplyDelete
  3. न तोलो मुझे सोने और चांदी से, फकीर हूँ फकीर ही रहने दो
    मिलता है सुकून मुझे फकीरी में, ना तोलो इस फकीर को अमीरी में - साईं बाबा
    "ॐ साईं राम"

    ReplyDelete
  4. ॐ सांई राम~~~

    मैं दिशा तो विस्तार है आप,
    मैं नाम तो पहचान है आप,
    आप का हाथ पकङ कर सीखा है चलना,
    सदा चाहा है आप की बताई राह पर चलना,
    सदा रखना हमारे सिर पर हाथ अपना क्योंकि,
    मैं तो सिर्फ मिट्टी का ढेला,कुम्हार है आप~~

    मैं घटा तो बरसात है आप,
    मैं नदी तो सागर है आप,
    आपने बताया है दूसरों के लिए जीना,
    आप के ही पदचिहनों पर चल कर मंज़िल को है पाया,
    सदा रखना हमें अपनी छाया में क्योंकि,
    मैं तो सिर्फ प्यासा पंक्षी,अमृत का दरिया है आप~~~

    मैं किरण तो सूर्य है आप,
    मैं सीप तो मोती है आप,
    आप ने सिखाया है गम में भी मुस्कराना,
    आप ने सिखाया है दुनिया में काबिल बनना,
    कभी न होना नाराज़ हमसे क्योंकि,
    मैं तो सिर्फ छोटा-सा पौधा, माली है आप~~~

    ReplyDelete